मकर संक्रांति सनातन धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण पर्व है। यह पर्व हर साल तब मनाया जाता है जब सूर्य देव मकर राशि में प्रवेश करते हैं। इस दिन को खासतौर पर गंगा स्नान के लिए शुभ माना जाता है। ब्रह्म बेला में गंगा स्नान करने से व्यक्ति के सभी पापों का नाश होता है, चाहे वे जानबूझकर किए गए हों या अनजाने में। इसके बाद पूजा, जप, तप और दान-पुण्य करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। सनातन शास्त्रों के अनुसार, मकर संक्रांति के दिन सूर्य देव की पूजा करने से जीवन में स्वास्थ्य और समृद्धि का आशीर्वाद मिलता है। मकर संक्रांति के इस पवित्र अवसर पर लाखों श्रद्धालु गंगा सहित अन्य पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर अपनी आस्था व्यक्त करते हैं। इसके साथ ही वे पूजा, जप, तप और दान-पुण्य करके पुण्य कमाते हैं। मकर संक्रांति के दिन पितरों के तर्पण और पिंडदान का भी विशेष महत्व है। हालांकि, मकर संक्रांति की सही तिथि को लेकर कुछ भ्रम की स्थिति रहती है। आइए, जानते हैं मकर संक्रांति की सही तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजा विधि के बारे में। Makar Sankranti 2025 Date वैदिक पंचांग के अनुसार, इस साल मकर संक्रांति का पर्व माघ माह क...
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